सब्बो मतलबी यार होगे।
तब्भे तो बंठा – धार होगे।
मनखे मन मनखे ला मारिस
इज्जत हर तार-तार होगे।
धर लिन रद्दा बेटा मन सब
परिया खेती – खार होगे।
सावन, भादो, कुँवार निकले
बादर हर अब बीमार होगे।
कुतर-कुतर के खा लेव जम्मो
मुसवा हमर सरकार होगे।
साधु बबा हर जेल म चल दिस
गाँव – गली म गोहार होगे।
बलदाऊ राम साहू
9407650458